भाग्य Vs कर्म No Further a Mystery

कई बार पॉजिटिव थिंकिंग के पॉजिटिव रिजल्ट देखने के बाद भी हम अपनी निगेटिव थिंकिंग को दोष न देकर कहते हैं ….

ज्योतिष कर्मशास्त्र का ही एक हिस्सा है भाग्य को कोई काट नहीं सकता, भाग्य ने जो लिख दिया समझो लिख दिया। इस बात से डरने की कोई वजह नहीं, क्योंकि भाग्य भी हम ही बनाते हैं।

श्री श्याम जी मनावत

Jb insan dunia m jnm lenta h uska bhagya pehle Hello teh ho jata h .karm to vo lousy m krta h…es lyi luck overweigh the karma ..bcoz jo luck m likha hota h krm b usi ke acc hote h

विनोद काम्बली और सचिन को ही ले लें….दोनों एक जैसे मेहनती थे पर भाग्य ने एक को कहाँ पहुंचा दिया और दुसरे को कहाँ छोड़ दिया.

कर्म और भाग्य मे भाग्य बड़ा होता है,कर्म भी हम भाग्य अनुसार ही करते हैं

ये मंजिलें तय करने के लिए उन्हें बहुत मेहनत और योजनाबद्ध तरीके से काम करना पड़ा

क्या हर चाय वाला इतना करता है

पर हम किसी लगातार सफल व्यक्ति के ये गुण खुद में उतारने के स्थान पर लगेंगे भाग्य को दोष देने

क्या आप को नहीं लगता हमीं हैं जो भाग्य की ब्रांडिंग करते हैं

यदि आप इस बात से सहमत नहीं हैं कि -“कर्म हमेशा भाग्य से बड़ा होता है!

सोनिया गांधी की फिर बिगड़ी तबीयत, दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती

आज हमारी डिबेट का टॉपिक इन्ही विरोधाभाषी विचारों को लेकर है. हमारा टॉपिक है-

I believe in the vast majority of conditions luck prevails around labour or karma. I have noticed lots of this kind of those who experienced under no circumstances been seriously interested in their vocation and invested time aimlessly with close friends and however click here received good position.

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